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Monday 2 October 2017

मेरी इंग्लिश ग्रामर आने के बाद भी क्यों नहीं सुधर रही है

अक्सर इंग्लिश सीखने वाले लोगों के द्वारा यह सवाल पूछा जाता रहा है ग्रामर सीखने के बावजूद भी मेरी इंग्लिश सुधर नहीं रही है मैं पब्लिक के बीच में बोलने से घबराता हूं आखिरकार  क्या वजह है वह क्यों लोग इंग्लिश नहीं बोल पाते यदि हम इंग्लिश की ग्रामर सीख चुके हैं फिर भी हम इंग्लिश क्यों नहीं बोल पाते यह बात बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आपको ग्रामर आती हो तभी आप इंग्लिश पाए बिना ग्रामर के भी आप इंग्लिश बोल सकते हैं
मेरे अपने अनुभव के अनुसार ज्यादातर इंग्लिश सीखने वाले लोग ग्रामर सीखने पर बहुत ज्यादा जोर देते हैं लेकिन ग्रामर सीखते सीखते वह इस बात पर जरा सा भी ध्यान नहीं देते ग्रामर सीखने की साथ साथ हमें जितनी भी इंग्लिश आती है उसको अपने बोलने के अभ्यास में बदलना चाहिए जितना हमारा इंग्लिश का बोलने का अभ्यास करना जरूरी है इतना ग्रामर सीखना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है ज्यादातर लोग ग्रामर सीखते सीखते इतने कंफ्यूज हो जाते हैं कि वह इंग्लिश बोलने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते और यही असली वजह होती है कि वह लंबे समय तक भी इंग्लिश नहीं बोल पाते और बोल भी पाते ही तो बड़ी कमजोर और रुकी रुकी इंग्लिश बोल पाते हैं जिसके कारण वह मजाक के पात्र बन जाते हैं यदि इस दौरान उनकी कोई मजाक उड़ा देता है तो वह बहुत ज्यादा हताश हो जाते हैं और यह मान लेते हैं कि शायद हम इंग्लिश नहीं बोल पाएंगे और मुझे यह घटिया इंग्लिश बोल कर अपनी बेइज्जती नहीं करनी चाहिए
एक बात मैं आपके साथ और साझा करना चाहूंगा यदि आप इंग्लिश सीख रहे हो या कोई और काम करना चाह रहे हो आप सुबह सुबह उठते समय उस चीज को अपने दिमाग में सोचे और उसमें आनंद लें और यह महसूस करें कि यह मैं कर दिखाऊंगा और मैं यही मानूंगा कि मुझे यह चीज आती है लेकिन मेरी उन लोगों के लिए एक हिदायत होगी कि वह इस काम को काम समझकर ना करें उसमें आनंद लें और अच्छा महसूस करें उसके बाद फिर अपने रोजमर्रा के काम में लग जाएं
जब हम किसी चीज को अपनी पुरजोर इच्छा शक्ति के साथ बार-बार सोचते हैं तो वह चीज उतनी ही जल्दी घटित होती है और वह वास्तविकता में बदल जाती है लेकिन इस सारी क्रिया को करने में आपको आनंद आना चाहिए और अपने अंदर उसके प्रती वास्तविकता मैं बदलने का एक विश्वास होना चाहिए यदि आप उसमें आप अपनी सकारात्मक सोच को नहीं लगा पा रहे हैं तो वह काम सफल नहीं होगा और इसमें आप अपना समय ना बर्बाद करें
यदि आपके दिमाग में कोई इच्छा शक्ति 24 घंटे में दो बार से ज्यादा आती है और आप उसके बारे में यह विश्वास रखते हैं कि मैं यह काम कर पाऊंगा तो आप उस पर अपनी सकारात्मक सोचकर दबाव डालते रहिए धीरे-धीरे आप उस को आगे बढ़ाते रहिए आखिरकार वह कैसे होगा आप इस बात को भूल जाइए इसकी जिम्मेदारी आप सृष्टि पर छोड़ दें वह आपके लिए हर तरफ से इस काम को पूरा करने में मदद करेगी
ऊपर दिया गया सिद्धांत के लिए यह जरुरी नहीं है कि आप इसे इंग्लिश सीखने में ही उपयोग करें आप अपनी दूसरी जरूरतों को पूरा करने में भी इस सिद्धांत को अपना सकते हो और इस बात में मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि यह हर पहलू में आपको काम को पूरा करने में आपकी सहायता करेगा 
यदि आपके पास कोई सवाल या सुझाव हो या आपका इस से भी बेहतर कोई सिद्धांत हो तो आप हमें कमेंट करके बताएं हम आपकी बात सुनना चाहेंगे

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