Translate

Saturday 14 October 2017

कठिन परिश्रम करने के बाद भी सफलता क्यों नहीं मिलती

एक कहावत हमेशा से कही जाती है कि सफलता प्राप्त करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी होगी लेकिन इस बात की कोई भी गारंटी नहीं है कि आप कड़ी मेहनत करें और आपको सफलता मिले
जो लोग वर्तमान समय में सफलता की श्रेणी हासिल कर चुके हैं उनमें से सभी व्यक्ति ऐसे नहीं हैं की जिन्होंने कठिन परिश्रम के बल पर सफलता हासिल की हो

सफलता हासिल करने के लिए हमें सही सही जानकारियों का होना बहुत आवश्यक होता है अन्यथा आप कितने भी कठिन परिश्रमी हो तब भी आपका परिश्रम बेकार हो जाएगा और आपका जीवन गधों जैसा बन जाएगा इस बात को आप अपने दिमाग में बिल्कुल भी ना बैठाएं कठिन परिश्रम करने से सफलता हासिल होती है कठिन परिश्रम हमेशा सफल नहीं होता
यदि आप कोई व्यवसाय कर रहे हो या कुछ और कर रहे हो यदि आप उसको खुशी खुशी कर सकते हैं और उसको करने में आपको आनंद की अनुभूति होती है तो आप उसको करते रहिए अन्यथा आप छोड़ दीजिए और कोई ऐसा काम करिए जिस काम को करने में आपको खुशी मिले
यदि आप एक चूहे से बैलगाड़ी को खींचेंगे तो क्या खींच पाएंगे शायद नहीं खींच पाएंगे चाहे चूहा कितना भी मेहनत ही क्यों ना हो कहने का तात्पर्य यह है किसी भी चीज को सफल बनाने के लिए आपको उसके बारे में सही-सही चीजों की जानकारियां होना बहुत ही आवश्यक है 

आखिरकार सवाल यह उठता है सफलता हासिल करने में भाग्य किस्मत और ईश्वर की क्या भूमिका है
जहां तक हम भाग्य की बात करें भाग्य पर हमारा कोई भी नियंत्रण नहीं है हमारा किस्मत पर भी कोई नियंत्रण नहीं है यदि हम ईश्वर की बात करते हैं तो हमारा उस पर भी कोई नियंत्रण नहीं है इसलिए हमें अपनी सफलता इन चीजों पर नहीं छोड़नी चाहिए हमारे प्रयत्न पर हमारा नियंत्रण है इसलिए हमें प्रयतन ही करते रहना चाहिए
ऐसा कहीं पर कोई भी ब्लैक बोर्ड नहीं है जिस पर यह लिखा हो आपकी सफलता का असल राज यह है
कुछ लोग सफलता का मतलब यह समझते ही वह सबसे ऊपर हो बाकी के लोग सब उनके नीचे हो लेकिन यह सफलता नहीं है यह एक खुशनुमा खयाली पागलपन है आप इस तरह की सोच से अपने लिए दुख और परेशानियां पैदा कर रहे हैं
सफलता का मतलब यह होता है कि आप अपनी प्रतिभा को पूरे बोध के साथ अपने जीवन में लागू करें
तब आपको दूसरे लोग सफल मनुष्य के रूप में देखेंगे और इसी का मतलब यह होगा कि आप को सफलता हासिल हो चुकी है

Sunday 8 October 2017

हमारे भाग्य में क्या लिखा है

ज्यादातर लोग मुश्किल समय में अपना अच्छा होने की उम्मीद त्याग देते हैं यदि वह ऐसा सोचते हैं तो इसका मतलब यह होता है कि वह अपनी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं इसके बजाय उनको यह सोचना चाहिए यह कुछ ही दिनों की बात है उसके बाद हमारे लिए समय बहुत ही अच्छा होगा और वह बहुत ही सुखदायक होगा यदि इस बात पर वह अपना ध्यान बरकरार रखते हैं निश्चित ही उनकी परिस्थितियां बदलने में समय नहीं लगेगा जब हम अपना ध्यान सकारात्मक सोच पर लगाते हैं तब हमारी नकारात्मक परिस्थितियों का वजूद खत्म हो जाता है हम अपनी सृष्टि के खुद रचनाकार हैं हमें अपने भाग्य जैसी बातों पर भरोसा नहीं रखना चाहिए हमें वह काम करने चाहिए जिससे हमें खुशी मिलती हो और इसी एहसास में जीते रहना चाहिए
कहानी का सारांश यह है सिर्फ और सिर्फ आप अच्छा महसूस करें जिन कार्यों को करने में और जिन बातों को सोचने में आपको आनंद का अनुभव नहीं होता उनको हमें नहीं सोचना चाहिए यदि हम ऐसा करते हैं तो अपनी परेशानियां बढ़ा रहे होते हैं कई बार मुझे यह बात सुनने को मिलती है कि हमारा विचारों पर कोई भी नियंत्रण नहीं होता यह हमें खुद-ब-खुद आते हैं चाहे वह अच्छे हो या बुरे हो यह बात कही तक सही भी है लेकिन हम यह कोशिश करें कि हम ज्यादा से ज्यादा अच्छा ही सोचेंगे जिसमें हमें खुशी महसूस हो तो इस तरह से हम अपनी नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदल सकते हैं शुरुआत में यदि आप अच्छा सोचने का प्रयास करेंगे तो यह आपको लगेगा शायद यह सब बकवास है इन से कुछ नहीं होता शायद मैं यह नहीं कर पाऊंगा या यह सब करने के लिए मेरे पास समय नहीं है यदि मैं यह करूं तब इस बात की क्या गारंटी है कि मेरा सब कुछ सही हो जाएगा कुछ समय तक यह बातें आपके दिमाग में टेनिस की बोल की तरह चलती रहेंगी जब आकर्षण का सिद्धांत आप पर सकारात्मक प्रभाव डालना शुरू करेगा तब आप इस में निपुण हो जाएंगे और इसके बाद आप दूसरों को यह करने की सलाह देंगे और इसके बाद आप सोचेंगे शायद यह सिद्धांत मैंने अपने जीवन में बहुत पहले अपनाया होता तो मैं बहुत कुछ बन गया होता
जब तक आपके पास सपनों की दुनिया नहीं होगी तब तक आपके पास वास्तविकता की दुनिया हो ही नहीं सकती इसलिए आप अपने ख्वाबों में वह हर एक चीज संजोकर रखें जिसको आप अपने जीवन में हासिल करना चाहते हैं
उदाहरण के तौर पर मानकर चलिए आपने अपनी यह सोच बनाई कि मुझे इस साल में अपनी आमदनी दोगुनी करनी है इसके बावजूद भी आपने ऐसा कुछ भी नहीं किया कि जिसकी वजह से आपकी आमदनी दोगुनी हो जाए लेकिन आपने यह बात लगातार सकारात्मक सोच के साथ दबाव में रखी तो इस बात का यकीन मानिए कि आप के लिए सृष्टि वह दरवाजे खोलेगी जिससे आपकी आमदनी दोगुनी हो जाएगी यदि आप लगातार इस बात को सोच पा रहे हैं कि मेरी आम अंजनी दोगुनी हो जाएगी इसके बाद धीरे-धीरे आपकी कड़ियां जुड़ती चली जाएंगी और ऐसा हो ही नहीं सकता कि आपकी आमदनी दोगुनी ना हो

Wednesday 4 October 2017

इंग्लिश सीखने के कुछ टिप्स

मैं इस पैराग्राफ में आपको इंग्लिश सीखने के कुछ फायदेमंद हथकंडे बताऊंगा जो आपके लिए बेहद ही अच्छे साबित होंगे

हमें इंग्लिश सीखने की शुरुआत इंग्लिश के न्यूज़ चैनलों से करें तो बहुत ही ज्यादा अच्छा होगा आप प्रतिदिन एक इंग्लिश न्यूज़ चैनल को 10 से 15 मिनट देखें और यह ना सोचो कि मेरी समझ में तो कुछ नहीं आता फिर मैं इसको क्यों देखें आपकी समझ में आए या ना आए वह आपको देखना ही होगा उससे आपको यह फायदा होगा आप वहा पर अपनी सुनने की और शब्दों को पहचानने की क्षमता को मजबूत कर रहे होंगे कई बार होता यह है कि सामने वाला व्यक्ति का उच्चारण हमारी समझ में नहीं आते तो उससे हमें वहां पर फायदा मिलेगा

एक और बात इंग्लिश सीखने में बहुत ही लाभदायक है आप एक इंग्लिश का न्यूज़पेपर ले और उसका एक पैराग्राफ ध्यान से पढ़ें जिन शब्दों का आपको मतलब नहीं पता उनके नीचे पेंसिल से अंडर लाइन करले अंडर लाइन करने के बाद सारे वर्ड एक नोटबुक पर लिखने और उसका हिंदी मीनिंग आप गूगल ट्रांसलेट में या जो भी आप डिक्शनरी यूज करते हो उसमें देख लें इससे आपकी वोकेबुलरी भी मजबूत होगी और आपको उनका सही-सही उच्चारण करने में भी मदद मिलेगी ऊपर दिए गए दोनों कामों को आप 15 दिन तक करते रहिए उसके बाद आप को यह लगने लगेगा कि हां मैं कुछ सीख रहा हूं

इसके बाद आप अपने स्काइप के दोस्तों के साथ हमारी वेबसाइट www.englishuncle.com पर लोगों के साथ कन्वर्सेशन करने की अभ्यास को जारी रखें शुरुवात में आप उन सब्जेक्ट पर ही बात करें जो आपके लिए सरल हो और आपको लगता हो कि इस सब्जेक्ट पर में कुछ समय बात कर सकता हूं जैसे जैसे आपके अंदर इंग्लिश बोलने की मजबूती आती जाए उसी प्रकार आप धीरे-धीरे अपने सब्जेक्ट को भी चुन सकते हो

आपकी इंग्लिश ग्रामर के अनुसार कितनी सही है आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है इसके बजाय आप इस पर ज्यादा ध्यान दें कि मेरे द्वारा बोली गई इंग्लिश मेरे सुनने वाले को कितनी समझ आ रही है यह ज्यादा फायदे वाली बात होगी और इससे आपको एक अच्छा प्रोत्साहन मिलेगा जो कि आपकी सफलता में बढ़ोतरी करेगा

ऊपर बताई गई विधि को यदि आप मन लगाकर करेंगे तो इस ऐसा हो ही नहीं सकता आपको इंग्लिश बोलना ना आए

इसके बाद आप यह बात जरूर सोच रहे होंगे क्यों मन हमारा किसी काम के लिए खुद-ब-खुद करता है ना कि हमारे दबाव डालने से हम अपने मन को किसी भी काम कराने के लिए राजी नहीं करा सकते

हो सकता है कि शुरुआत में आपका मन इस काम को करने के लिए राजी ना हो लेकिन आपको थोड़ा मन की बात न मानकर इस काम की शुरुआत करनी होगी यदि आप 4 दिन या काम ना खुश होकर भी करते रहे तो पांचवे दिन आप यदि यह काम नहीं करोगे तो आपको यह भी लगेगा कि यह बात ठीक नहीं है मुझे यह काम करना चाहिए

Monday 2 October 2017

मेरी इंग्लिश ग्रामर आने के बाद भी क्यों नहीं सुधर रही है

अक्सर इंग्लिश सीखने वाले लोगों के द्वारा यह सवाल पूछा जाता रहा है ग्रामर सीखने के बावजूद भी मेरी इंग्लिश सुधर नहीं रही है मैं पब्लिक के बीच में बोलने से घबराता हूं आखिरकार  क्या वजह है वह क्यों लोग इंग्लिश नहीं बोल पाते यदि हम इंग्लिश की ग्रामर सीख चुके हैं फिर भी हम इंग्लिश क्यों नहीं बोल पाते यह बात बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आपको ग्रामर आती हो तभी आप इंग्लिश पाए बिना ग्रामर के भी आप इंग्लिश बोल सकते हैं
मेरे अपने अनुभव के अनुसार ज्यादातर इंग्लिश सीखने वाले लोग ग्रामर सीखने पर बहुत ज्यादा जोर देते हैं लेकिन ग्रामर सीखते सीखते वह इस बात पर जरा सा भी ध्यान नहीं देते ग्रामर सीखने की साथ साथ हमें जितनी भी इंग्लिश आती है उसको अपने बोलने के अभ्यास में बदलना चाहिए जितना हमारा इंग्लिश का बोलने का अभ्यास करना जरूरी है इतना ग्रामर सीखना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है ज्यादातर लोग ग्रामर सीखते सीखते इतने कंफ्यूज हो जाते हैं कि वह इंग्लिश बोलने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते और यही असली वजह होती है कि वह लंबे समय तक भी इंग्लिश नहीं बोल पाते और बोल भी पाते ही तो बड़ी कमजोर और रुकी रुकी इंग्लिश बोल पाते हैं जिसके कारण वह मजाक के पात्र बन जाते हैं यदि इस दौरान उनकी कोई मजाक उड़ा देता है तो वह बहुत ज्यादा हताश हो जाते हैं और यह मान लेते हैं कि शायद हम इंग्लिश नहीं बोल पाएंगे और मुझे यह घटिया इंग्लिश बोल कर अपनी बेइज्जती नहीं करनी चाहिए
एक बात मैं आपके साथ और साझा करना चाहूंगा यदि आप इंग्लिश सीख रहे हो या कोई और काम करना चाह रहे हो आप सुबह सुबह उठते समय उस चीज को अपने दिमाग में सोचे और उसमें आनंद लें और यह महसूस करें कि यह मैं कर दिखाऊंगा और मैं यही मानूंगा कि मुझे यह चीज आती है लेकिन मेरी उन लोगों के लिए एक हिदायत होगी कि वह इस काम को काम समझकर ना करें उसमें आनंद लें और अच्छा महसूस करें उसके बाद फिर अपने रोजमर्रा के काम में लग जाएं
जब हम किसी चीज को अपनी पुरजोर इच्छा शक्ति के साथ बार-बार सोचते हैं तो वह चीज उतनी ही जल्दी घटित होती है और वह वास्तविकता में बदल जाती है लेकिन इस सारी क्रिया को करने में आपको आनंद आना चाहिए और अपने अंदर उसके प्रती वास्तविकता मैं बदलने का एक विश्वास होना चाहिए यदि आप उसमें आप अपनी सकारात्मक सोच को नहीं लगा पा रहे हैं तो वह काम सफल नहीं होगा और इसमें आप अपना समय ना बर्बाद करें
यदि आपके दिमाग में कोई इच्छा शक्ति 24 घंटे में दो बार से ज्यादा आती है और आप उसके बारे में यह विश्वास रखते हैं कि मैं यह काम कर पाऊंगा तो आप उस पर अपनी सकारात्मक सोचकर दबाव डालते रहिए धीरे-धीरे आप उस को आगे बढ़ाते रहिए आखिरकार वह कैसे होगा आप इस बात को भूल जाइए इसकी जिम्मेदारी आप सृष्टि पर छोड़ दें वह आपके लिए हर तरफ से इस काम को पूरा करने में मदद करेगी
ऊपर दिया गया सिद्धांत के लिए यह जरुरी नहीं है कि आप इसे इंग्लिश सीखने में ही उपयोग करें आप अपनी दूसरी जरूरतों को पूरा करने में भी इस सिद्धांत को अपना सकते हो और इस बात में मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि यह हर पहलू में आपको काम को पूरा करने में आपकी सहायता करेगा 
यदि आपके पास कोई सवाल या सुझाव हो या आपका इस से भी बेहतर कोई सिद्धांत हो तो आप हमें कमेंट करके बताएं हम आपकी बात सुनना चाहेंगे